कायमगंज, Nit. : कायमगंज नगर सीमा के अंतर्गत आए दिन टीपी चौराहा से शिवाजी मूर्ति तक मुख्य चौराहे से पुरानी गल्ला मंडी एवं बजरिया मार्केट से लेकर श्यामा गेट तक वही मुख्य चौराहे से गंगा दरवाजे तक तो जाम लगता ही चला आ रहा था।
अब तहसील रोड पर स्थित बड़ी मस्जिद से लेकर मुंसिफ कोर्ट व तहसील अस्पताल के सामने से होकर निकलने वाले प्रमुख व्यस्त मार्ग पर भी हर दिन जाम की जलालत आम आदमी को उठानी पड़ रही है। यह स्थान इसलिए और अधिक महत्वपूर्ण तथा संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि यहां आसपास एवं आमने-सामने मुंसिफ कोर्ट, तहसील कार्यालय, एसडीएम कोर्ट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व एक निजी प्रबंधन वाला स्कूल तथा कुछ आगे चलकर थोड़ी ही दूर पर नगर पालिका परिषद कार्यालय भवन और उसके ठीक सामने दूरसंचार निगम लिमिटेड का भवन तथा कार्यालय यह सभी स्थित है।
जरूरतमंद लोग मुंसिफ कोर्ट, तहसील तथा अस्पताल आने को मजबूर होते हैं। स्वाभाविक है कि इस कारण यह मार्ग प्रमुख और व्यस्त मार्गों में आता है। किंतु इस मार्ग पर स्थित दुकानों के आगे तक लगा सामान जहां मार्ग को सकरा बना रहा है। वही ई-रिक्शे भी जाम का मुख्य कारण बनते जा रहे हैं।
इससे भी अधिक विडंबना पूर्ण स्थित तो यह है कि नो एंट्री के बावजूद भी पूरे दिन भारी वाहन, ट्रैक्टर ट्रालियों के आने जाने पर भी कोई रोक नहीं है। नो एंट्री में भारी वाहन प्रवेश नहीं कर सकते व अन्य व्यवस्था के लिए तहसील पुलिया पुलगालिव, सीपी तिराहे पर तथा टीपी चौराहे जैसे स्थानों पर पुलिस के जवानों का पहरा रहता है। लेकिन फिर भी इन वाहनों के आवागमन पर रोक नहीं है। बड़ी मस्जिद से लेकर नगर पालिका गेट तक कई घंटों तक भयंकर जाम की जलालत लोगों को झेलनी पड़ती हैं। इसका कारण भी रोज की तरह बर्ती जाने वाली लापरवाही ही नजर आ रही हैं। इस जाम के कारण लोग एक दूसरे से सटकर चलने को मजबूर हो रहे हैं। जिससे कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं। यह कोई एक दिन का मामला नहीं है।
यहां तो आए दिन हर रोज कोविड-19 का नियम, सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार होता हुआ बड़ी ही आसानी और बेशर्मी के साथ देखा जाता है। फिर भी न जाने क्यों नगर पालिका प्रशासन सहित अन्य वास्तविक जिम्मेदार मौन क्यों हैं।
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