आमिर खान, फर्रुखाबाद/कम्पिल, N.I.T, यूपी के जनपद फर्रुखाबाद के कम्पिल क्षेत्र के गांव निजामुद्दीनपुर (नागा सैयद) में फिर से उर्स-ए-मेला शुरू होने जा रहा है।
हजरत नागा शाह वली रहमतुल्लाह अलेही की दरगाह में 26 मार्च से एक बार फिर सूफियाना कलाम यानी कव्वालियों की गूंज शुरू हो जाएगी। कोरोनावायरस के चलते भारत सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों पर लॉकडाउन लगा दिया था, जिसके कारण पिछले दो सालों से दरगाह में कव्वालियां बंद थीं। कोरोना वायरस खत्म होते ही कव्वालियों का आगाज शुरू हो गया है।
उर्स-ए-मेले को लेकर दरगाह शरीफ पर बैठक का आयोजन किया गया। उर्स-ए-मेला कमेटी सदर जाहिद खान उर्फ जद्दू, कमेटी अध्यक्ष अकबर खान, सेक्रेटरी गुच्छन मिस्त्री और कमेटी मेंबरानो की सदारत में हर बार की तरह इस बार भी 26 व 27 मार्च 2022 उर्स मनाने की तारीख तय की गई हैं। इससे एक दिन पहले मेला चालू हो जाएगा।
इस दौरान उर्स की परमिशन को लेकर आ रही दिक्कत की भी चर्चा की गई। साथ ही प्रशासन से उर्स-ए-मेले को लेकर उर्स के आयोजन की अनुमति देने का आग्रह किया गया। उर्स-ए-मेले में दूरदराज से आने वाले हर एक व्यक्ति के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का खासतौर पर ध्यान रखा जाएगा।
इस बार हजरत नागा शाह वली रहमतुल्लाह अलेही की दरगाह पर एटा से आ रहे कव्वाल जमील शकील व इनका बेटा फैजान रजा अजमेरी जो अपनी मधुर आवाज के साथ कव्वालियों की आगाज़ से महफिल को रंगीन करेंगे। वही इनको टक्कर देने नैनीताल (बहेड़ी) से आ रहे हिंदुस्तान के मशहूर कव्वाल युसूफ मलिक जो अपनी गजल (हम तेरे शहर में आए हैं मुसाफिर की तरह) व अन्य सुफियानी कलाम गाकर लोगों का दिल जीतेंगे और महफिल में चारचांद लगाएंगे। हजरत नागा शाह वली रहमतुल्लाह अलेही की मजार शरीफ पर दूरदराज़ से आए लोग गुलपोशी व चादर पोशी और अपनी मुरादों का सिलसिला जारी रखेंगे।
26 मार्च रात बाद नमाजे इशा मिलाद शरीफ होगा। 27 मार्च बाद नमाजे इशा रात 9:00 बजे करीब कव्वालियों का आवाज शुरू होगा। इस बार दोनों कव्वालों में जबरदस्त मुकाबला होगा। 28 मार्च को सुबह 5:00 बजे करीब हजरत नागा शाह वली रहमतुल्ला अलेही की दरगाह शरीफ पर कुल शरीफ होगा। इसके साथ ही उर्स-ए-मेला मुकम्मल संपन्न हो जाएगा।
उर्स-ए-मेले का मशहूर खानपान व बच्चों के खेल खिलौने और झूले:-
हर बार की तरह इस बार भी उर्स-ए-मेले में हलवा पराठा, सॉफ्टी, चाट पकोड़े, व अन्य खानपान की चीजों का लुफ्त ले सकोगे। इसके साथ-साथ बच्चों के खेल खिलौने व झूले भी झूल सकोगे। दूरदराज से आने वाले अकीदत मंदो के लिए उर्स-ए-मेले के पंडाल में बैठने का पुख्ता इंतजाम किया गया है। हजरत नागा शाह वली रहमतुल्ला अलेही के उर्स-ए-मेले में जगह-जगह शक्ति के साथ पुलिस प्रशासन मय फोर्स के साथ मुस्तैद रहेगा।
Follow on Social Media